भिक्षूनां पटलं यत्र विश्रान्तिमगमत्सदा । तत्त्रैपदं ब्रह्मतत्त्वं ब्रह्ममात्रं करोतु माम् ।। जहाँ भिक्षुकों का समूह होता है, वहाँ सदैव ही विश्रान्ति पहुँच जाती है । वही त्रिपदा ब्रह्मतत्त्व मुझे ब्रह्म-प्राप्त (ब्रह्मज्ञान से युक्त) कर दे । Wherever there is a cluster of ascetics, spiritual peace reaches there itself. The Tripada Brahma (which has three bases) make me filled with the wisdom related to Brahma. ॐ पूर्णमदः इति शान्तिः ।। ॐ अथ भिक्षूणां मोक्षार्थिनां कुटीचकबहूदकहंसपरमहंसाश्चेति चत्वारः । ॐपूर्णमद इत्यादि शान्ति पाठ ।। ॐ मोक्षार्थी भिक्षुक चार प्रकार के होते हैं- कुटीचक, बहूदक, हंस और परमहंस । Oum. The salvation seeker ascetics are of four types – Kutichaka, Bahoodaka, Hansa and Paramhansa. कुटीचका नाम गौतम-भरद्वाज-याज्ञल्क्य-वसिष्ठ-प्रभृतयोऽष्टौ ग्रासांश्चरन्तो योगमार्गे मोक्षमेव प्रार्थयन्ते । कुटीचक नाम के भिक्षुक गौतम, भरद्वाज, याज्ञवल्क्य, भरद्वाज, वसिष्ठ के जैसे होते हैं जो आठ ग्रास भोजन करते हुये योगमार्ग में आरूढ़ होकर मोक्ष...